धर्मेन्द्र कसौधन(ब्यूरो, उ प्र):समाजवादी पार्टी के विधायक आजम खान सीतापुर जेल में बंद हैं और बाहर उनकी रिहाई को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। जेल से ही चुनाव लड़ने वाले आजम खान को बाहर आने के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। फिलहाल, उनको ईद तक जमानत नहीं मिल सकेगी। इलाहाबाद हाई कोर्ट में उनकी जमानत पर 4 मई को सुनवाई होगी। ऐसे में जमानत की उम्मीद कर रहे आजम खान के लिए इसे तगड़ा झटका माना जा रहा है।

दरअसल, आजम खान की जमानत याचिका पर सरकार ने नई दलील दी है। सरकार ने इस मामले में नए तथ्य पेश करने के लिए कोर्ट से और वक्त मांगा है। इस मामले में कोर्ट में 4 मई को अगली सुनवाई होगी। ऐसे में आजम खान के ईद के वक्त जेल से बाहर आने की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। यूपी सरकार की दलीलों के बाद आजम खान की ईद जेल में ही मनेगी।

यूपी सरकार की तरफ से प्रयागराज हाई कोर्ट में एक पत्र दाखिल किया गया, जिसमें कहा गया कि 4 दिसंबर, 2021 को आजम खान की जमानत की अर्जी पर सुनवाई पूरी हो गई थी, साढ़े चार महीने का वक्त बीत चुका है। इस बीच कई नए तथ्य सामने आए हैं जिसे सरकार कोर्ट के सामने रखना चाहती है। हाई कोर्ट ने सरकार की इस अर्जी को मंजूर कर लिया और अगली सुनवाई के लिए 4 मई की तारीख तय की है।

आजम खान की रिहाई की मांग करते हुए मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने मुलायम को लिखी चिट्ठी, कहा- संसद में उठाएं ये मामला।
इस बीच, कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम आजम खान के परिवार से मिलने जा रहे हैं। आचार्य प्रमोद कृष्णम संतों का एक दल लेकर आजम खान के परिवार से मिलने जा रहे हैं और इस दौरान इफ्तार किया जाएगा। इसको लेकर प्रमोद कृष्णम ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “सीतापुर जेल में जब मैं आजम खान से मिलने गया था, तभी मेरे मन में यह भाव आया था कि उनके परिवार से भी मिलने जाऊंगा। हमारे भारत की संस्कृति में यह है कि अगर एक भाई तकलीफ में है तो दूसरा भाई उसके साथ खड़ा होता है।”

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