रिपोर्ट राहुल राव –
नीमच। नीमच के चमत्कारिक एवं नीमच के महांकाल के नाम से प्रसिद्ध श्री किलेश्वर महादेव मंदिर की शाही सवारी आज निकलेगी। नीमच के राजाधिकारी भगवान भोलेनाथ फूलों से श्रृंगारित रथ में सवार होकर प्रजा हाल जानने के लिए शहर भ्रमण करेंगे। शाही सवारी को लेकर युवा समाजसेवी अरूल अशोक अरोरा गंगानगर द्वारा विगत एक माह से तैयारियां की जा रही थी तैयारियां को अंतिम रूप दिया जा रहा है। शाही सवारी में भस्म आरती, नासिक के ढोल सहित कई आकर्षण का केंद्र रहेंगे। शहर के प्रमुख मार्ग और बाजार पर जगह—जगह बैनर—पोस्टर से सज गए है वहीं पूरा मंदिर परिसर फूलों और विद्वुत साज सज्जा से सुशोभित कर दिया है।
नीमच के राजा श्री किलेश्वर महादेव मंदिर पर सावन मास के दौरान इन दिनों भक्ति की बयार छाई हुई है। सीआरपीएफ परिसर से सटे हुए श्री किलेश्वर मंदिर के भक्त देश के कौने—कौने से आते है और उनकी मन की मुरादें पूरी होती है। साक्षात भोलेनाथ मंदिर में विराजित है। सावन माह के दौरान दर्शन के लिए भक्तों का मेला लगा रहता है। मंदिर समिति और युवा समाजसेवी अरूल अरोरा गंगानगर द्वारा हर वर्ष सावन माह के सोमवार पर धूमधाम से शाही सवारी का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी बडे स्तर पर शाही निकालने की तैयारियां पिछले माह से चल रही थी, तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। शाही सवारी के सफल आयोजन के लिए हर पदाधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है, उज्जैन महांकाल की तर्ज पर नीमच में भव्य शाही सवारी आज शहर के प्रमुख मार्गों से निकलेगी। भगवान भोलेनाथ रथ पर सवार होकर भक्तों को आशीर्वाद देंगे। शाम चार बजे श्री किलेश्वर महादेव मंदिर परिसर से फूलों से श्रृंगारित रथ पर सवार होकर श्री किलेश्वर महादेव की शाही सवारी शुरू होगी, जो स्टेशन रोड, चौकन्ना बालाजी होते हुए ज्ञानमंदिर के समीप शाम पांच बजे श्री अग्रसेन वाटिका पहुंचेगी। यहां पर विद्वान पंडितों द्वारा पूजा— अर्चना की जाएगी, इसके बाद तिलक मार्ग, घंटाघर, नयाबाजार, बारादरी फव्वारा सब्जी मंडी चौराहे, कमल चौक, फोर जीरो पहुंचेगी। यहां पर भव्य रूप से शाही सवारी का पुष्पवर्षा से अविनाश ग्रुप द्वारा स्वागत किया जाएगा। देर रात शाही सवारी का समापन श्री किलेश्वर मंदिर परिसर में होगा।
ये रहेगा शाही सवारी में खास—
शिवजी की झांकी, अघोरी देहरादून ट्राला वाला, भस्म आरती, आतिशबाजी, झांकी 3 मुकेश की, यूसुफ बैंड, निम्बाहेडा के भोलेनाथ की झांकी,विक्रम के ढोल व अखाडा, डीजे फोकस, केरला की झांकी, सिंदूरी हनुमान, नाव की झांकी, साउंड टेम्पों, नासिक के ढोल, भगवान भोलेनाथ फूलों से श्रृंगारित शाही रथ आदि आकर्षक का केंद्र रहेंगे।
जगह—जगह होगी पुष्पवर्षा—
भगवान भोलेनाथ की शाही सवारी को लेकर पूरे शहर सहित आस—पास के भोले के प्रेमियों को बेसब्री से इंतजार है। शाही सवारी में भक्तों का सैलाब उमडता है और शहर का बाजार हो या फिर प्रमुख मार्ग। भोले की भक्ति में डूब जाता है। विभिन्न सामाजिक संगठनों, पदाधिकारियों, राजनैतिक दल से जुडे हुए पदाधिकारियों द्वारा पुष्पवर्षा से शाही सवारी का स्वागत किया जाएगा। जगह —जगह स्वागत द्वार बनाए गए है।