रिपोर्ट – जीत नाग
बाराबंकी। मजदूरी करने गए पति को खाना देने जाते समय नदी में नाव पलटने से एक महिला की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल में शव रखकर पीएम करने से मना कर दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक थाना रामनगर क्षेत्र के चैनपुरवा मजरे कजियापुर निवासी लक्ष्मी देवी (28) अपने मजदूर पति धर्मेन्द्र निषाद को दोपहर में खाना देने के लिए पर्यटक स्थल भगहर झील को गई थी। वहां से वापस आते समय नदी में नाव पलटने से हादसा हो गया। जिसमें डूबकर लक्ष्मी देवी की मौत हो गई। 1 किलोमीटर के रास्ते को पार करने के लिए पुल न होने की वजह से मृतका को करीब 7 किलोमीटर घूमकर अस्पताल जाना पड़ा। शायद यही वजह रही कि समय से अस्पताल नहीं पहुंच पाए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरतगंज पहुंचने से पहले ही महिला की मौत हो गई। बतादे कि रास्ते को लेकर करीब 2 वर्ष पूर्व ग्रामीणों ने श्रमदान में रास्ता बनाने की प्रक्रिया शुरू की थी। जिस पर उस समय की तत्कालीन एसडीएम तान्या सिंह ने रास्ते के निराकरण की बात कही थी। इसके बाद लोकसभा चुनाव में मताधिकार का भी बहिष्कार किया गया था। लेकिन आज तक रास्ते का निराकरण नहीं हो पाया। इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक राजर्ष त्रिपाठी ने बताया कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही महिला की मौत हो चुकी थी,परिजनों द्वारा नदी में डूबने की बात बताई गई है।