सतत विकास लक्ष्यों के लिए उत्कृष्टता केंद्र ने के.आर. मंगलम विश्वविद्यालय में विधि अध्ययन स्कूल के मोतीलाल नेहरू चेयर के साथ मिलकर “न्याय में परिवर्तन: आधुनिक आपराधिक न्याय में प्रौद्योगिकी, फोरेंसिक विज्ञान और विधिक प्रारूपण का अंतर्संबंध” विषय पर विशेष व्याख्यान XIII का सफलतापूर्वक आयोजन किया।
इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में स्कूल ऑफ लॉ फोरेंसिक जस्टिस एंड पॉलिसी स्टडीज की डीन प्रोफेसर (डॉ.) पूर्वी पोखरियाल मुख्य अतिथि और सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट अंबुज दीक्षित विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।
इस सत्र में फोरेंसिक विज्ञान और तकनीकी प्रगति की महत्वपूर्ण भूमिका पर गहन चर्चा की गई
और आधुनिक कानूनी ढाँचे को आकार देने में तकनीकी प्रगति। वक्ताओं ने अपनी विशेषज्ञता साझा की कि कैसे ये नवाचार न्याय वितरण को बेहतर बना रहे हैं, कानूनी कार्यवाही को अधिक कुशल और साक्ष्य-आधारित बना रहे हैं। उनकी विचारोत्तेजक अंतर्दृष्टि ने उपस्थित लोगों को आपराधिक न्याय के विकसित परिदृश्य की गहरी समझ प्रदान की।
इस कार्यक्रम में संकाय सदस्यों, कानूनी पेशेवरों और छात्रों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिन्होंने एक आकर्षक और ज्ञानवर्धक चर्चा में योगदान दिया। आयोजक इस सत्र को शानदार सफलता बनाने के लिए सम्मानित वक्ताओं और सभी प्रतिभागियों का हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं।






