रिपोर्ट:अंकुल कुमार
बिजनौर। नगीना कृषि विज्ञान केंद्र व कृषि विभाग की ओर से विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत गोष्ठी हुई। नगीना शोध केंद्र के वैज्ञानिकों ने किसानों को खरीफ में तिलहनी फसल को बढ़ावा देने के लिए मूंगफली की की खेती करने पर जोर दिया।

बुधवार को ग्राम बांकरपुर गढ़ी, चांदपुर नवुबाद, सहजादपुर, रतनपुर, पदमपुर, झलरी गांवों में किसान गोष्ठी हुई। वैज्ञानिक डॉ केके सिंह, डॉ. शिवांगी ने कहा कि भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार तिलहनी फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रदर्शन, प्रशिक्षण कार्यक्रम को बढ़ावा दे रही हैं। इस वर्ष खरीफ में मूंगफली फसल पर प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन का कार्यक्रम हुई।
वैज्ञानिक डॉ. प्रमोद सिंह, वैज्ञानिक डॉ. शकुंतला गुप्ता ने प्राकृतिक खेती, बासमती धान की खेती, पशुपालन, गन्ना उत्पादन तकनीकी, मृदा परिक्षण एवं संतुलित उर्वरक प्रबंधन के बारे में विस्तृत रूप से बताया। बाद में वैज्ञानिकों ने खेतों में पहुंचकर गन्ना व अन्य फसलों के बारे में जानकारी दी।