पेपर लीक कांड पर सीएम योगी आदित्यनाथ सख्त, दोषियों पर रासुका लगाने का निर्देश।
सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने यूपी बोर्ड 12वीं का अंग्रेजी का पेपर लीक घटना में सख्‍त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने दोषियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई करने को कहा है। इस केस की जांच स्पेशल टास्क फोर्स को सौंप दी गई है।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की वर्ष 2022 की इंटमीडिएट परीक्षा के छठवें दिन बुधवार को अंग्रेजी का पेपर लीक हो गया। इसके बाद 24 जिलों में दूसरी पाली के तहत दोपहर दो बजे से होने वाली परीक्षा निरस्त कर दी गई। यह परीक्षा अब 13 अप्रैल को होगी।

इस प्रकरण को सीएम योगी आदित्यनाथ ने बेहद गंभीरता से लिया है। उन्होंने पेपर लीक के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने दोषियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने इस संबंध में आला अधिकारियों के लोकभवन में बैठक भी बुलाई है।

सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने बोर्ड परीक्षा पेपर लीक की घटना का संज्ञान लेते हुए जांच और सख्‍त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। माध्‍यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने पेपर लीक कांड के बाद लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्‍त से सख्‍त कार्रवाई की जाएगी। उन्‍होंने कहा कि मुख्‍यमंत्री खुद पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं।


मामले में प्रथम दृष्टया बलिया के डीआईओएस की जवाबदेही तय करते हुए उन्‍हें सस्‍पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच एसटीएफ करेगी। जांच की जद में वे सभी 24 जिले हैं जहां पेपर लीक हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार एसटीएफ की एक टीम बलिया के लिए रवाना भी हो चुकी है। इस बीच प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्‍थी ने बलिया के डीएम और एसपी से पूरे मामले पर रिपोर्ट तलब की है।

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मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि इस बारे में निर्णय लिया जा रहा है। अभी इतना स्‍पष्‍ट तौर पर बताया जा सकता है कि पेपर काफी सुरक्षा में रखे गए थे। सरकार और शिक्षा विभाग की ओर से सारी व्‍यवस्‍था की गई थी। इसके बावजूद पेपर लीक हुआ है तो निश्चित ही इसमें जिम्‍मेदारी तय की जाएगी। दोषियों के खिलाफ सख्‍त से सख्‍त कार्रवाई की जाएगी। स मामले में दोषियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी।

इन जिलों में निरस्त हुई परीक्षा : इंटमीडिएट अग्रेजी का पेपर लीक होने की वजह से प्रदेश के 24 जिलों में परीक्षा निरस्त कर दी गई है। इनमें आगरा, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, बागपत, बदायूं, शाहजहांपुर, उन्नाव, सीतापुर, ललितपुर, महोबा, जालौन, चित्रकूट, अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, गोंडा, गोरखपुर, आजमगढ़, बलिया, वाराणसी, कानपुर देहात, एटा और शामली शामिल हैं।

रिपोर्ट:-@धर्मेन्द्र कसौधन (ब्यूरो हेड उत्तर प्रदेश)

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