रिपोर्ट_ मोहम्मद जीशान तहसील प्रभारी धामपुर
स्योहारा (बिजनौर)। गांव गेंडाजूड़ के जंगल से लकड़ी बीनकर घर लौट रही दो सगी बहनों की रेलगाड़ी की चपेट में आकर मौत हो गई।सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों के आग्रह पर बिना पोस्टमार्टम कराए ही शव उन्हें सौंप दिए। शुक्रवार की शाम आंचल (19) और काजल (20) पुत्री जबर सिंह निवासी ग्राम गेंडाजूड़ शुक्रवार की शाम रेलवे लाइन पार जंगल से लकड़ी बीनने गई थी। घर लौटते वक्त शाम 5: 54 बजे मेवा नवादा रेलवे हाल्ट पर अप लाइन पर मालगाड़ी गुजर रही थी। उधर, डाउन लाइन पर लिंक एक्सप्रेस गाड़ी आ रही थी। जैसे ही मालगाड़ी निकली तो दोनों बहने रेलवे लाइन पार करने लगी तभी लिंक एक्सप्रेस गाड़ी की चपेट में आ गई। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।घटना की सूचना स्टेशन मास्टर आरिफ कमाल ने कंट्रोल रूम सहित आरपीएफ, जीआरपी व सिविल पुलिस को दी।
सूचना मिलने पर एसपी पूर्वी धर्म सिंह मार्छल, सीओ सर्वम सिंह, थानाध्यक्ष धीरज नागर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों युवतियों के शव को कब्जे में ले लिया। मगर, परिजनों के आग्रह पर दोनों के शव उन्हें सौंप दिए।ट्रेन की चपेट में आकर मरने वाली दोनों बहने आठवीं तक पढ़ी थी। माता की मौत काफी समय पहले बीमारी से हो चुकी हैं। पिता मेहनत मजदूरी करते हैं। दोनों बहने भी घर चलाने में अपने पिता का हाथ बंटाती थी।दो सगी बहनों की रेलगाड़ी की चपेट में आकर मौत हो गई है। परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने के लिए मना कर दिया है। शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। .